संविधान दिवस पर राष्ट्रीय बौद्ध महासभा ने किया विचार गोष्ठी का आयोजन
दुर्गेश व्यास
अनिवार्य निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने पर जोर दिया
आगरा - राष्ट्रीय बौद्ध महासभा द्वारा डॉ. अम्बेडकर वाटिका कुतुलूपुर ईदगाह आगरा पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रेमप्रकाश बिल्लू, धर्मप्रकाश भारतीय बौद्ध, अजेद्र सिंह सूर्या, श्रीपाल बौद्ध, राम प्रकाश बघेल ने सामूहिक रुप से तथागत बुद्ध को पुष्प अर्पित कर व संविधान निर्माता परमपूज्य डा. भीमराव अम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण करके किया।
संविधान दिवस पर बोलते हुए महासभा के संस्थापक धर्मप्रकाश भारतीय बौद्ध ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर द्वारा रचित संविधान में बहुजन समाज की सामाजिक व आर्थिक मजबूती निर्माण के लिए संविधान संरक्षण पर बल दिया। अन्य वक्ताओं ने संविधान लागू हुए 76 वर्ष के बाद भी क्या हमें हमारे अधिकार मिले ? विषय पर चर्चा की और अपने विचार व्यक्त किये।
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बौद्ध गायक सुखपाल गुरु जी ने बाबा भीम के सम्मान में गायन प्रस्तुत किया। श्रीपाल बौद्ध ,अजेद्र सूर्या द्वारा संविधान के मौलिक अधिकारों पर विशेष चर्चा की गई। अनुच्छेद 12 से 35 तक वर्णित अधिकारों जिसमें समता स्वतंत्रता बन्धुता शामिल हैं विस्तार से समझाया और उन्होंने कर्तव्यों की सूची में सम्मिलित शिक्षा का अधिकार जिसमें 6 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को अनिवार्य निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने पर जोर दिया। रामप्रकाश बघेल ने अपने वक्तव्य में संविधान प्रस्तावना को संविधान की आला बताया।
विचार गोष्ठी में 200 से अधिक अम्बेडकर अनुयायियों ने भाग लिया , जिसमें रुपेंद्र पाल सिंह मण्डल अध्यक्ष, अनिल प्रभाकर, बी. एल. चंद्रा मुख्य व्यवस्थापक योगेश गौतम मुख्य संचालक सुनील कुमार कार्यक्रम संरक्षक, सुनील सिरोही, लता कुमारी, राकेश राज, शशी कपूर, गुलाब सिंह, दलवीरसिंह, चंद्रभान सिंह, रोहित कुमार, रिषि नेताजी, राजू, धर्मेंद्र, ओमवीर सिंह,सी. आर. सिंह, संदीप पाटिल, नरेश व्यास, एस. आर. धवल, दुर्गा प्रसाद, डी. सी. नौनेरिया आदि उपस्थित रहे।